भाव

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एक नाव हो भाव की, लय-सुर की पतवार।
फिर कुछ ऐसा हम लिखें, जिसमें जीवन धार।। १

जैसा मन में भाव हो, वैसा ही लिख पाय।
भाव सभी मोती बने. कागज पर झड़ जाय।। २
-लक्ष्मी सिंह

🌹 🌹 🌹 -लक्ष्मी सिंह 💓 ☺

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