दोस्त
यूँ दोस्त जीवन में मिल ही जाते हैं।
जो दिल को बहुत ही ज्यादा भाते हैं।
हाथ बढ़ा कर मुझे निकाल लाते हैं।
फँस जाऊँ मैं वक्त के भँवर में अगर,
तब वह सूर्य की किरणें बन छाते हैं।
हो घना अँधेरा जीवन में जब कभी
हार को भी जीत में बदलना जाने,
मैं हूँ ना कह सीने से लगाते है ।
जो दोस्त के लिए जीवन लुटाते हैं।
सच्चा दोस्त आँसू पोंछ कर सदा ,
इस दुनिया में धनवान कहलाते हैं।
दोस्ती ही है वो अनमोल रतन धन ,
जिसे कोई भी तौल नहीं पाते है।
सच्चा दोस्तों को रखने वाला ही,
—लक्ष्मी सिंह
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